नर्स दिवस पर पैरमेडिकल स्टाफ़ की सुरक्षा के साथ कोरोना से लड़ने अजय रात्रे ने बनाया 4 F फ़ार्मूला सौंपा विधायक देवेंद्र यादव को ज्ञापन
कोरोना संक्रमण के इस दौर में हॉस्पिटल में आ रही चुनातियो को साल्व करने बनाया 4 F फ़ॉर्म्युला, गौरव, मोरज ध्वज, अयाज़ सूफ़ी, अभिनव ने मिलकर दिया ज्ञापन, जिससे कोरोना के ख़िलाफ़ नए हॉस्पिटल स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीज़र फ़ोर कोविड जारी करने रखी बात , जिससे मरीज़ कोरोना से हॉस्पिटल में होने वाली मृत्युदर में कमी आयगी, दवाइयों और इंजेक्शन की कालाबाज़ारी में कमी आयगी , प्रशासन और hospital के लिए लोगों का विश्वास बढ़ेगा।
क्या है प्लान :
अजय कुमार रात्रे, जो की बिज़नेस कंसलटेंट (Saltaid Agency ) है और कोरोना संक्रमण के इस दौर में बतौर सोशल वर्कर काम कर रहे है I जिसमें लोगो की मदद आसानी से हो I उसके लिए वेरिफ़िएड हेल्पलाइन नंबर को वायरल कर मनीष संग मिलकर मदद पंहुचा रहे है I इस बीच प्रशासन द्वारा किए जाने काम की प्रशंसा करते हुए वर्तमान स्थिति को बेहतर ढंग से संचालित करने हेतु कुछ सुझाव बताए जिससे मृत्युदर में कमी लायी जा सकती है, काला बाज़ारी रोकने सम्बन्धी बताया और निवेदन कर इसपर अमल कर जल्द से जल्द उचित प्रतिक्रिया जाहिर कने प्रस्ताव रखा I
जानते है क्या है { 4F फ़ॉर्म्युला }
4 F Formula to improve COVID Condition
1. Fast Track Service including availability to approval – कोरोना संक्रमण में कुछ इंजेक्शंस जो की जान बचने में काफी प्रभावित पायी गयी है उनके लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति और फिर साथ ही डिस्कशन पैनल अप्रूवल का तरीका सराहनीय है।
किन्तु यह नोडल अधिकारी और पैनल 24X7, अवेलेबल नहीं है , जिस वजह से इमरजेंसी की हालत में संक्रमित की जान की हानि की स्थिति बनती है, और डॉक्टर और संक्रमित का परिवार परेशां होता है, और इसी के आड़ में कालाबाजारी पैदा होता है और संक्रमित की मौत होती है, वजह केवल सही समय में दवाइयों का नहीं मिल पाना।
फ़ास्ट ट्रैक सर्विस इन्क्लूडिंग अवेलिबिलिटी टू अप्रूवल लागु की जाये, नोडल हो या पैनल इन्हे भी शिफ्ट ड्यूटी के माद्यम से 24 घंटे अवेलेबल कराये।
2 Fumigation — ब्लैक फंगस की छत्तीसगढ़ में दस्तक एक भयावह स्थिति पैदा कर सकती है, यह “हॉस्पिटल अक्वायर्ड इन्फेक्शन” में से एक है, मतलब यह बीमारी हॉस्पिटल/ICU में पहुंचने के बाद ही पेसेंट को ‘वेंटीलेटर स्टेज में’ inappropriate क्लीनिंग & cross infection (दूसरे संक्रमित के कारण) मेथड की वजह से होता है।
Fumigation की मान्यता प्राप्त तरीको फूमिगशन स्टैण्डर्ड का ध्यान रखते हुए इसे सही किया जा सकता है, या कम किया जा सकता है, MODS (multiple organs dysfunction) जो की मरीजों में आसानी से फ़ैल (ऑब्जेक्ट ट्रांसमिशन )सकता है को रोकने के लिए केमिकल बेस्ड फूमिगशन और हॉस्पिटल sanitization के नियमितीकरण से इसे रोका जा सकता है। ( केवल पोछा लगाने या बेडशीट बदल कर माइक्रो इन्फेक्शन को ख़तम या कम नहीं किया जा सकता है ) sterile (free from microbes )किया जा सकता है I
3. Facilities in hospitals – हॉस्पिटल में उपलबध BED अवेलेबिलिटी को वेबसाइट के माद्यम से तुरंत अपडेट करने की तरकीब उम्दा है किन्तु आवश्यक एमेर्जेंसी वाली चीजों को भी उपलब्धता का सुनिचित होना आवश्यक है. ऐसे में फैसिलिटीज इन हॉस्पिटल्स की up to date सूचि हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा OPD में डिजिटल signage या फिर manual सूचि में अपडेट करने लगये जाये। हेल्पलाइन नंबर भी साथ में जारी करे .जिससे occupancy rate के according चीजों का सुचारु रूप से सञ्चालन किया जा सकने में मदद मिलेगी। ‘रूल ऑफ़ इंडिकेटर’ के रूप में इसे जल्द ही कराया जाये।
4. FIXED HOSPITAL CHARGES – हॉस्पिटल्स द्वारा लेने वाले फीस का भी स्टैण्डर्ड मापदंड कोरोना की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका बांधती है तो ऐसे में फिक्स्ड हॉस्पिटल चार्जेज का भी प्रावधान लागु किया जाये। जिसमे bed चार्जेज , ambulance , हॉस्पिटल मेंटेनेंस, ICU, नर्सिंग स्टाफ etc हो सकते है।
विधायक देवेंद्र यादव ने इत्मिनान सभी बिंदुवो को सुना, फ़ार्मूला की प्रशंसा करते हुए प्रशासन की मुखिया तक सुझाव पहचाने का निर्णय लिया। उनके इस त्वरित निर्णय का अजय रात्रे और टीम ने आभार जताया I