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December 17, 2024 8:44 am


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5000 करोड़ के क़र्ज़ चुका कर वापस इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने जाने Cafe Coffee Day की कहानी, कैफ़े कॉफ़ी डे की मालकीन ने आख़िर कैसे चुकाया 5000 करोड़ का क़र्ज़…

Family या friends को treat देनी हो, date पर जाना हो या यूँही chill करना हो, Cafe Coffee Day लोगों के लिए सबसे अच्छे विकल्पों में से एक रहा है।

दुनिया भर में coffee culture को देखने के बाद, कर्नाटक के रहने वाले V. G. Siddharth ने एक coffee shop खोलने की योजना बनाई और 1996 में बैंगलोर के ब्रिगेड रोड पर पहला cafe खोला। तमाम मुश्किलों का सामना करने के बाद coffee shop शुरू हुई। और देखते ही देखते एक छोटी सी coffee shop भारत की सबसे बड़ी coffee shop chain Cafe Coffee Day बन गयी।

लेकिन जब जुलाई 2019 में Cafe Coffee Day के Founder V. G. Siddharth के आत्महत्या करने की खबर सामने आई तो इसने देश के लोगों को झकझोर कर रख दिया। मैंगलोर के पास नेत्रावती नदी में कूदने से उनकी मौत हो गई। 36 घंटे की तलाशी के बाद उनका शव नदी के किनारे मिला। जब siddharth अपनी कार में सकलेशपुर जा रहे थे, तो उन्होंने अपने ड्राइवर को पुल पर कार रोकने के लिए कहा और कहा कि पुल के अंत में उनके आने तक उनका इंतजार करें। एक घंटे के बाद जब वह नहीं आये तो ड्राइवर ने उन्हें फोन किया लेकिन उनका फोन बंद था फिर उसने उनके बड़े बेटे को फोन किया और बताया कि उसके पिता गायब हैं और फिर तलाशी अभियान शुरू किया। उनके अंतिम letter से यह संदेह था कि उन्होंने कर्ज के संकट और व्यापार में नुकसान के कारण आत्महत्या कर ली थी। नोट में, siddharth “Right profitable business model बनाने में विफल” होने के लिए माफी मांग रहे थे। उन्होंने कहा कि private equity भागीदारों और अन्य उधारदाताओं का दबाव और income tax department का उत्पीड़न असहनीय हो गया था। और फिर भी siddharth ने अपने नोट में लिखा: “मेरा इरादा कभी किसी को धोखा देने या गुमराह करने का नहीं था, मैं एक entrepreneur के रूप में विफल रहा हूं।

” दिसंबर 2020 में, खबर आयी की Malavika Hegde ने Coffee Day Enterprises Limited (CDEL) के CEO के रूप में पदभार संभाला। कई लोगों का मानना था कि Coffee Day कंपनी siddharth की मृत्यु के बाद नहीं बचेगी और यह सवाल लगातार उठे थे कि उनके बाद कंपनी को कौन चलाएगा। लोगों का मानना ​​था कि कर्ज की वजह से कंपनी उबर नहीं पा रही है। लेकिन V. G. Siddhath की पत्नी Maalavika Hegde ने एक अकेली महिला और दो बेटों की मां होने के बावजूद CCD को market से गायब होने से बचाकर सभी लोगों संदेह को तोड़ दिया और एक milestone हासिल किया। Malavika, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री S. M. Krishna की बेटी है, उनका जन्म 1969 में बेंगलुरु में हुआ था, जहां उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और बेंगलुरु विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने 1991 में V. G. Siddharth के साथ शादी के बंधन में बंधी और उनके दो बेटे, ईशान और अमर्त्य हैं। Cafe Coffee Day (CCD) के CEO बनने से पहले, Malavika ने पहले कई वर्षों तक CDEL के non-board member के रूप में कार्य किया।

लेकिन जिस दिन से उन्होंने सीईओ का पद संभाला, उन्होंने कंपनी के विकास के लिए अथक प्रयास करना शुरू कर दिया। एक report के अनुसार: कंपनी के CEO के रूप में पदभार संभालने से पहले 2020 में कंपनी के 25,000 कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में, Hegde ने लिखा कि वह कंपनी के भविष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं और आश्वासन दिया कि Coffee Day की कहानी “worth preserving” थी।

उन्होंने पत्र में लिखा की, “हम कुछ और निवेश बेचकर कर्ज को एक manageable level तक कम करने के लिए काम करेंगे क्योंकि मैं कंपनी के भविष्य के लिए committed हूं।” Siddharth की आत्महत्या से मौत के बाद, Malavika Hegde ने COVID lockdown के दौरान भी अपने कर्ज को कम करने में कामयाबी हासिल की। उसने पहले कहा था कि चुनौतियां बढ़ीं लेकिन “पिछले 12 महीनों में कहीं न कहीं, मेरा mission siddharth की proud legacy को बनाए रखना रहा है। वे मुझे एक काम सौंप के गए है , हर ऋणदाता को मेरी क्षमता के अनुसार settle करने के लिए, व्यवसाय बढ़ाने के लिए और हमारे कर्मचारियों को उत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिए।

”31 मार्च, 2019 तक CDEL पर 7,000 करोड़ रुपये का कर्ज था। लेकिन पिछले साल अगस्त में CDEL के बयान के अनुसार, “substantial” ऋण कटौती के बाद firm को पटरी पर लाने के लिए प्रबंधन कड़ी मेहनत कर रहा था। उन्होंने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में उल्लेख किया था कि 31 मार्च, 2021 तक उसका शुद्ध कर्ज 1,731 करोड़ रुपये था। Report में कहा गया है, “कुल ऋण कोष 1,779 करोड़ रुपये था, जिसमें 1,263 करोड़ रुपये की long term की उधारी और 516 करोड़ रुपये की short term उधारी शामिल है।” 31 मार्च, 2020 तक कर्ज को घटाकर 3,100 करोड़ रुपये कर दिया, जो मार्च 2019 में 7,200 करोड़ रुपये था, उधारदाताओं से एक भी रुपये की कटौती के बिना।

Malavika की पहल के परिणामस्वरूप, Coffee Day का कर्ज का बोझ 2021 तक घटकर 1,731 करोड़ रुपये हो गया। यह एक बड़ी उपलब्धि है। Malavikaका लक्ष्य CCD को बिना कर्ज के multi-billion dollar की कंपनी बनाना है। अपने दिवंगत पति के नक्शेकदम पर चलते हुए Malavika का सपना Coffee Day की दुकानों को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने का हो गया है। जब से COVID-19 ने दुनिया को प्रभावित किया है, कई व्यवसाय बंद हो गए हैं। लेकिन महामारी के दौरान भी Cafe Coffee Day बढ़ने में कामयाब रहा। यह सब CCD की नई CEO Malavika की वजह से संभव हुआ है, जो brand value को बनाए रखती हैं और अपने व्यवसाय में पूंजी डालने के लिए कई नए investors के साथ business relation establish karti हैं और investors को यह समझाने में सक्षम हैं कि CCD का brand “worth preserving” है।

Cafe की पूरी श्रृंखला में COVID safety protocols को ध्यान में रखते हुए विभिन्न उपायों को लागू किया गया। जब कई business tycoons विदेशों में भाग रहे हैं, तो उन्होंने firm का management करने का फैसला किया और rebuild करना सुनिश्चित किया। उनके साहस और दृढ़ संकल्प को सलाम।