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December 17, 2024 8:48 am

आप मुझे बस मेरे काम से जाने, बस इतने ही आशीष का आकांक्षी - वेंकट रमना

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निकाय चुनाव को भारतीय चुनाव की आत्मा कह सकते है, क्योकि यही वो चुनाव है जो ‘man to man marking’ तकनीक से लड़ा जाता है, या कह लो कि जीता जाता है, लड़ने और जितने के बिच केवल चंद आकड़ो का फासला फैसलों की दिशा बदलकर रख देता है, ऐसे में अपने अपने चुनावी मुद्दों के साथ राजनितिक दल इस चुनावी दंगल में जोर जमाते है।
लोकल वोकल की टीम ने भी पदमनगर वार्ड क्रमांक २५ के कांग्रेस प्रत्याशी से की बातचीत को आपके सामने ला रहे है जिनसे पूछे जाने पर की

प्रश्न 1 – किन मुद्दों पर आप अपनी चुनावी जीत की रीढ़ तैयार कर रहे ?’ पर उनका मुस्कुराते हुए जवाब देना की ‘

उत्तर – “आप मुझे बस मेरे काम से जाने, बस इतने ही आशीष का आकांक्षी बनकर मैं चुनाव लड़ रहा , मुझे सेवा का अवसर चाहिये राजनीती में कोई परचम लहराना उद्देश्य नहीं ,” ‘

वेंकट रमना के कहे ये लाइन इस बात से ही ये अंदाजा लगाया जा सकता है की उनकी कार्य योजना किस स्तर पर उन्होंने सोच रखा है साथ ही चुनाव में उनका जीत की तैयारी कितनी बड़ी है।

प्रश्न 2 – हर कोई वादों का जाल बिछकर ही राजनीती में कूदता है ऐसे में जीत का बिगुल बजने के बाद आप अपने वाक्य से नहीं मुकरेंगे इस बात की क्या गारंटी है ? ‘

उत्तर – ” राजनीती में नहीं सेवा के लिए कूद रहा हु राजनीती में ऐसे में जीत हार के इस चुनाव के पहले भी मेरे काम मेरे सेवाएं ‘ जिन्हे मैं खुद से कहकर अपनी बड़ाई नहीं करूँगा ये वार्ड और ये नगर इस बात से जागरूक है की रमना ने क्या किया है पिछले दशक में और वो भी बिना की पद भर के ‘

इस बात का पुख्ता सबूत है तो मुकरने का सवाल नहीं उठता , लोगो के आशीर्वाद के साथ जैसी अनुमति वोटिंग के माध्यम से मतदान के माध्यम से मेरा वार्ड मुझे देगा उसे सर्वसहमति से स्वीकार कर मैं अपनी सेवा कार्य निरंतर जारी रखूँगा , धन्यवाद।
चुनाव के मध्य ज्यादा बात चित करने का वक्त तो रमना जी से नहीं मिल पाया लेकिन उनके बातचीत के ये अंश हमे लगता है की चुनाव में मतदान से पहले विचारणीय है। लोकल वोकल टीम की आम अपील – मतदान अवश्य करे।