पानी पिलाने से भी पुण्य मिलता है, और अगर इतना आसान है पुण्य कमाना तो भला देरी कोई पागल ही करे।
पानी पिलाने से भी पुण्य मिलता है, और अगर इतना आसान है पुण्य कमाना तो भला देरी कोई पागल ही करे।
हास्य या व्यंग से परे पुराने समय में कहे गए इन पंक्तियों का सीधा रिश्ता है मेरे आज के इस पोस्ट के हीरो का।
राजनीती के क्षेत्र से जुडी यह कड़ी या व्यक्तित्व युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव होने से पहले एक अच्छे इंसान के बतौर उभर कर सामने आयी एक छबि का नाम है मो.शाहिद। भिलाई के रहने वाले शाहिद से बातो के बिच उनका युवा और फुर्तीलापन साफ़ झलकता है, कोविड के भयावह स्थिति में लोगो की मदद के लिए सामने आना, और संक्रमण से निकलते ही एंटीबाडी के रूप में संक्रमित की जान बचाने हेतु प्लाज्मा डोनेशन के लिए दिल्ली तक का सफर कर जाना, इस बात का परिचायक है। और अपने सेवा के कार्यो के क्रन्तिकारी तरीको भिलाई में जाने जाते है।
वैसे तो उनकी हल्ला बोल देने वाली कैंपेन ने भिलाई में कई बार बदलाव सुनिचित किया है, युवाओ के रोजगार सम्बन्धी समस्याओ के लिए सबसे आगे आकर खड़े होने के लिए इनका नाम शायद पहली श्रेणी में है।
वही महिलाओ, बहनो के खिलाफ होने वाली अपराधों के खिलाफ उनका आक्रोश भी भिलाई से न छुपा होगा। हालही में भिलाई की जनता जब साफ़ पानी के इन्साफ के लिए कहा गुहार लगाए इन बातो में परेशां है, भिलाई के शाहिद ने यह जिम्मा अपने कंधे उठाया और हर घर साफ़ पानी पहुंचाने के उनके जिद भरे जज्बे ने सेक्टर 7 में यह कारनामा कर ही दिखाया। केवल एक कॉल पर ही जरुरतमंदो के घर तक पंहुचा रहे है पानी।
उनकी टीम और कार्यशैली लोगो में भरोसे की एक नई किरण लेकर आयी है।
उनसे बात के दौरान उन्होंने बताया की – मैं क्या कर सकता हु की सुधार आये, बस यह सोच कर, कर जाता हूँ काम, यह उन्होंने बताया।
और अभी कुछ दिनों से देखे जाने वाला उनका स्वच्छ पानी के लिए उन्होंने दो धारी प्रयास किया जो की अनूठा है, पानी के गंदे पाए जाने पर वही पानी सम्बंधित डिपार्टमेंट को पिलाकर उन्हें आईना दिखाया, वही दूसरी तरफ सेक्टर 7 के जरूरतमंद लोगो के घर में साफ़ पानी पहुंचकर उन्होंने जिम्मेदार नागरिक होने का अपना परिचय पुनः दे दिया।