The face of humanity - SP Prashant Thakur. वृद्धों के प्रति एक बार फिर दिखा उनका मानवीय रूप , जानिए क्या हुआ था खास।
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"वृद्धों के लिए उनके कई पहल सुन रखे थे मैंने, पर जो देखा वो उन्हें सलामी देने का मन करता है "
वैसे तो उस सड़क किनारे बैठी जरुरतमंद अम्मा पर नजर सब की पड़ती होगी, पर नजर पड़ते ही रूकती हुई गाड़ी आज देखा, एस पी प्रशांत ठाकुर की गाड़ी।
आज सुबह की ही बात है, पावर हॉउस रेलवे स्टेशन से लौटते वक़्त मैंने देखा की सेंट्रल एवेन्यू, सेक्टर 1 चौक के सड़क किनारे बैठी अम्मा को कुछ पुलिस वालो ने घेर रखा था, मुझे लगा उन्हें उठा के कही भगा देंगे, पर जो देखा वो बिलकुल अगल था ….
कोई किसी को डांट भगा नहीं रहे थे, बल्कि शहर के एस पी साहब थे, उन्होंने अम्मा का हाल चाल पूछा, उन्हें खाने के लिए फ्रूट्स भी दिलवाये।
पर किस्सा यूँ ही ख़तम नहीं हुआ, वृद्धों के लिए उनके कई पहल सुन रखे थे मैंने, पर जो देखा वो उन्हें सलामी देने का मन करता है, है उन्होंने उन अम्मा की तरह हर जरुरतमंदो को जरुरत की सामन पहुंचवाने का आदेश दिया, उनकी सूचि तैयार करने कहा, और कोरोना से बचने हेतु वेक्सिनेशन करवाने की जिम्मेदारी भी साथ में उपस्थित पुलिस कर्मियों को सौपी।
पुलिस के अधिकारी होते हुए भी उनका यह मानवीय चेहरा देख, मैं यह सब कुछ आप लोगो से शेयर करने से खुद को रोक नहीं पाया। थैंक यु एस पी सर।
~ अजय रात्रे
आज सुबह की ही बात है, पावर हॉउस रेलवे स्टेशन से लौटते वक़्त मैंने देखा की सेंट्रल एवेन्यू, सेक्टर 1 चौक के सड़क किनारे बैठी अम्मा को कुछ पुलिस वालो ने घेर रखा था, मुझे लगा उन्हें उठा के कही भगा देंगे, पर जो देखा वो बिलकुल अगल था ….
कोई किसी को डांट भगा नहीं रहे थे, बल्कि शहर के एस पी साहब थे, उन्होंने अम्मा का हाल चाल पूछा, उन्हें खाने के लिए फ्रूट्स भी दिलवाये।
पर किस्सा यूँ ही ख़तम नहीं हुआ, वृद्धों के लिए उनके कई पहल सुन रखे थे मैंने, पर जो देखा वो उन्हें सलामी देने का मन करता है, है उन्होंने उन अम्मा की तरह हर जरुरतमंदो को जरुरत की सामन पहुंचवाने का आदेश दिया, उनकी सूचि तैयार करने कहा, और कोरोना से बचने हेतु वेक्सिनेशन करवाने की जिम्मेदारी भी साथ में उपस्थित पुलिस कर्मियों को सौपी।
पुलिस के अधिकारी होते हुए भी उनका यह मानवीय चेहरा देख, मैं यह सब कुछ आप लोगो से शेयर करने से खुद को रोक नहीं पाया। थैंक यु एस पी सर।
~ अजय रात्रे