CG टिका का वेबसाइट, Chips की अनदेखी या फिर आम लोगो को परेशां करने का तरीका - अजय रात्रे
"लेकिन छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसाइटी (Chips) की टीम केसाथ शायद यह प्रयास कारगर नही... "
Chips की बनाई सी जी टीका वेबसाइट केवल आम लोगों को बहलाने का कोई तरीक़ा, या फिर डिवेलपर्स की ना समझी?
इससे बेहतर वेबसाइट बनाने में शहर के युवा ज़्यादा सक्षम, सरकार साथ दे तो कर सकते है बड़ा कारनामा |
बैचलर्स ऑफ कंप्यूटर अप्लीकेशन की पढाई किये हुए अजय रात्रे, जो की वर्तमान में एक बिज़नेस कंसलटेंट है, और साथ ही कोरोना संक्रमण में लोगो की आवाज बनकर मदद के लिए सामने आये है, बताते है की –
कोरोना वैक्सिनेशन से लोगों को लाभ पहुचाने हेतु सी जी टीका नामक वेब पोर्टल cgteeka.cgstate.gov.in का बनाना बहुत ही सराहनीय पहल है, डिजिटल संचार या कह ले की टेलेफ़ोनिक connectivity एक बेहतर प्रयास है।जिन क्षेत्रों में वेबसाइट का उपयोग करना आसान नही वहाँ तत्काल वेबसाइट पर ही ऑफ़्लाइन रेजिस्ट्रेशन का प्रावधान भी सराहनीय है।
लेकिन छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसाइटी (Chips) की टीम केसाथ शायद यह प्रयास कारगर नही, उससे बेहतर तो केवल एक google form तैयार करके भी एक फ़ॉर्म भरा कर लोगों का उत्साह बनाकर उन्हें छला जा सकता था इसके लिए, वेबसाइट बनाकर बेवजह पैसों की बर्बादी करना है , आम लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाना है , या फिर वेबसाइट बनाने के नाम पर पैसों की धांधली और साथ ही शासन को भ्रमित करने की कोशिश है।
जानते है फिलहाल क्यों है यह वेबसाइट महत्वहीन…
- किसी भी व्यक्ति विशेष से फ़ॉर्म भरवाकर उनसे सम्पर्क करने के लिए फ़ोन नम्बर ही प्राथमिक माध्यम है, जिससे भरना चिप्स ने अनिवार्य नही किया है, इसके शायद ये कारण हो सकते है।
- मानो हर रेजिस्टर व्यक्ति के घर में चिट्ठी भेज कर वो बतायंगे की आपका रजिस्ट्रेशन हो गया है। फिर दूसरी चिठी भेजकर बतायंगे की आज आपकी बारी है आप वेकसिन लगवाने आयें।
- फ़ोन नम्बर से शायद confirmation भेजने वाले मैसेज का पर्याप्त फ़ीस नही मिला हो तो लिमिटेड रिसोर्स होने के कारण ऐसा किया गया हो, तो अलग बात है।
- और अगर Chips Developers ने ये सोचा हो की गरीब लोग या ग्रामीण जिनके पास फ़ोन ही ना हो इसलिए ऐसा निर्णय लिया तो इस बात से अवगत करा दूँ की एक परिवार या एक ग्रामसभा प्रतिनिधि या नगरीय मोहल्ला प्रतिनिधि जो की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने में उनकी मदद कर रहे है का फ़ोन नम्बर के माध्यम से भी इस इ आर पी तकनीक वाले website को उपयोगी बनाया जा सकता है।
- फ़ोन पर जाने वाले OTP जिससे की आइडेंटिटी verify की जा सके और वैक्सीनेशन में कोई गड़बड़ी ना हो इस विषय में भी शायद Chips CEO कीं कोई रुचि नही, भले ही website हैक क्यों ना हो जाए, या फिर किसी व्यक्ति विशेष की जानकारी लीक हो।
- वैक्सीन लगवाने की पात्रता सम्बंधित कोई भी सवाल या निर्देश का नही होना, भी सिर्फ़ फ़ॉर्मैलिटी निभाने जैसा है।
- Heavy Trafficing के लिए क्लाउड बेस्ड डेडिकेटेड सर्वर का इस्तमाल किया जाना चाहिए। ताकि सर्वर की समस्या से website डाउन न हो।
- Geo-location की फैसिलिटी ऐड कर लोगो को वक्सीनशन केंद्र तक पहुंचना आसान किया जा सकता है।
- किसी भी व्यक्ति विशेष से फ़ॉर्म भरवाकर उनसे सम्पर्क करने के लिए फ़ोन नम्बर ही प्राथमिक माध्यम है, जिससे भरना चिप्स ने अनिवार्य नही किया है, इसके शायद ये कारण हो सकते है।
ऐसे कई चीजें है जो वेबसाइट की quality पर संदेह पैदा करते है, मान्यवर से निवेदन है की इसे अपडेट कराकर, Website Quality Check Team (टेस्टिंग टीम) बनाकर उनके द्वारा website को आम लोगों के फ़ायदे के लिए तैयार करे ना की, उन्हें भ्रमित कर परेशान करे।