21वी सदी को लग गया 21वाँ
"जाऊँगा मैं उम्मीदों वाला वर्ष, year of hope शून्य से शिखर की तरफ इंगित करते विचार… "
मेरी कहानी भी आप युवाओं सी ही है
पप्पा की डाँट की तरह वक़्त के थपेड़ों से काफ़ी कुछ सिखा है
१६वाँ में जब आपको teenage का दर्जा प्राप्त हुआ होगा
हमें नोट बंदी के तमग़े से नवाज़ा गया
१८वाँ में जब career की accounting सूझा होगा तुम्हें
Gst का एक और झंडा गड़ गया
२०वाँ के ठहराव से तो वैसे भी सब वाक़िफ़ है…
पर इत्ते से नही गया ये वर्ष
बस यूँ कह लो मानो सर्वनाश के मुँह से ही बाहर आया हूँ…
लोगो के लफ़्ज़ों में ये ज़िक्र में न
आए कुछ ऐसा सा था सब कुछ
सर पर मंडराता काल देखा है
पर प्रकृति खुश थी बेहद और गंगा उज्जवल थी
रिश्तों को परिवार शब्द के मायने पता चले
और एक नयी समीकरण की ओर इशारा
करता हुआ, कई lessons सीखा गया
पर अब मुझे २१वाँ लग गया है
एक नए नाम से जाना जाऊँगा मैं
उम्मीदों वाला वर्ष, year of hope
शून्य से शिखर की तरफ इंगित
करते विचार…
एक नए युवा क्रांति का संचार का परिचायक
शिक्षा नीति में बदलाव के प्रारूप से निहित
भागदौड़ के नए गति संचालन सीमा का नेतृत्व करता मैं…
२१ बरस का २१वी सदी में गतिमान…सदैव
इस सफर में सारथी बन
आप सभी का अभिनंदन…